छिन्दवाड़ा | |
कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन द्वारा आज जिले के चौरई विकासखंड के ग्राम बंधीढाना में बाढ़ प्रभावित ग्रामवासियों से रू-ब-रू चर्चा कर उन्हें जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सामग्री और सुविधाओं तथा बाढ़ प्रभावित 47 परिवारों के लिये बनाये जाने वाले आवास भवनों के ले-आउट के संबंध में जानकारी प्राप्त की। चर्चा के दौरान राजस्व अनुविभागीय अधिकारी श्री सी.पी.पटेल, तहसीलदार और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी साथ में थे। उल्लेखनीय है कि जिले में बारिश से नदियों और नालों में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा बचाव और राहत कार्य संवेदनशीलता और तत्परता से किये जा रहे हैं तथा कलेक्टर श्री सुमन प्रतिदिन ऐसे स्थलों का भ्रमण कर निरीक्षण कर रहे हैं, जहां बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों की सहायता और बचाव की आवश्यकता है। अस्थाई राहत केन्द्रों में रहने वाले परिवारों को भोजन, बर्तन, वस्त्र आदि सामग्री वितरित की जा चुकी है। कलेक्टर श्री सुमन ने बाढ़ से प्रभावित ग्रामवासियों से चर्चा करते हुये बताया कि जिले की चांद तहसील के 8 और चौरई तहसील के 2 ग्रामों के 550 परिवार अतिवृष्टि और बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित हुये हैं। इन प्रभावित क्षेत्रों के परिवारों को छात्रावास भवन, स्कूल भवन, सामुदायिक भवन आदि में अस्थाई राहत केन्द्रों में पुनर्वासित किया जा चुका है। अस्थाई राहत केन्द्रों में निवास कर रहे व्यक्तियों को प्रति परिवार 5 व्यक्तियों के मान से भोजन व्यवस्था के अंतर्गत तुअर दाल, चना दाल, शक्कर, चायपत्ती, खाने का तेल, नारियल तेल, नहाने व कपड़े धोने के साबुन, हल्दी, मिर्च व अन्य मसाले, माचिस, निरमा, आईना, कंघी, दंत मंजन, जीभी आदि, बर्तन व्यवस्था के अंतर्गत थाली, गिलास, कटोरी, बड़ी चम्मच, कड़ाई, तवा, गंजी, स्टील गुंडी, बेलन, चौकी, चिमटा, बाल्टी, मग, प्लास्टिक व स्टील टंकी, कोपर आदि तथा वस्त्र व्यवस्था के अंतर्गत गद्दा, चादर, कंबल, तकिया, सतरंजी, पलंग, तिरपाल आदि सामग्री उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। यह सामग्री राज्य शासन के साथ ही जन सहयोग से भी उपलब्ध कराई गई है। प्रभावित परिवारों के लिये लगभग 3 माह के भीतर नये आवास निर्मित करके उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है तथा आवास निर्माण होने तक उन्हें अस्थाई राहत केन्द्र में रखा जायेगा। आवास निर्माण का कार्य लगभग 3 से 4 दिनों के भीतर ले-आउट डालकर प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा है तथा नवीन आवास निर्माण होते तक सभी प्रभावित व्यक्ति धैर्य और संयम रखें तथा अस्थाई राहत केन्द्रों में जो व्यवस्थायें की जा रही है उनका लाभ लें। उन्होंने ग्रामवासियों को बताया कि बाढ़ या अतिवृष्टि के कारण मकान पूर्णत: नष्ट होने पर बेघर होने वाले ग्रामवासियों को नये आवास बनाकर दिये जायेंगे तथा आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों, पशु हानि, फसल क्षति आदि का सर्वे कर आकलन के अनुसार राहत राशि प्रभावित व्यक्तियों को उपलब्ध कराई जायेगी। कलेक्टर श्री सुमन ने ग्राम बंधीढाना के ग्रामवासियों से उन्हें उपलब्ध कराई गई सामग्री और सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। ग्रामवासियों ने बताया कि उन्हें भोजन के लिये राशन, बर्तन, कपड़े और अन्य सामग्री प्राप्त हुई है तथा राहत केन्द्र में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं है। उन्होंने ग्रामवासियों द्वारा रसोई गैस की मांग किये जाने पर ग्रामवासियों के पास रसोई गैस सिलेण्डर होने पर रसोई गैस सिलेण्डर भरवाकर उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। उन्होंने आवास निर्माण स्थल पर पन्नी के टेंट लगाकर रूकने वाले ग्रामवासियों को तत्काल राहत केन्द्र में ही रखने के निर्देश दिये ताकि बारिश के मौसम की अन्य समस्याओं से बचा जा सके। चर्चा के दौरान राजस्व अनुविभागीय अधिकारी श्री पटेल ने बताया कि ग्राम पंचायत पाल्हरी के ग्राम बंधीढाना में 43 मकान पूर्णत: और 4 मकान आंशिक रूप से नष्ट हुये है एवं ग्राम आमटा में 6 मकान पूर्णत: नष्ट हुये है। उन्होंने बताया कि सभी बेघर परिवारों को राहत केन्द्र में रखा गया है और ले-आउट डालकर उनके आवास का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है। |
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