जबलपुर | |
सर्दी, खांसी, बुखार एवं श्वांस लेने में तकलीफ तथा अन्य तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आम नागरिकों की सुविधा हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जबलपुर शहर में 28 फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये हैं। ये फीवर क्लीनिक शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सभी सिटी डिस्पेंसरी में स्थापित किये गये हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा ने शहर के नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर अपने निकट के फीवर क्लीनिक पहुंच कर जांच एवं उपचार कराने का आग्रह किया है। जबलपुर शहर में आम लोगों की सुविधा के लिए खोले गये 28 फीवर क्लीनिक में यूपीएचसी गुप्तेश्वर, सिटी डिस्पेंसरी गोरखपुर, यूपीएचसी पोलीपाथर, आयुर्वेद कॉलेज, प्रसूतिका गृह, सिटी डिस्पेंसरी शंकरशाह नगर, यूपीएचसी कजरवारा, केंट हॉस्पिटल, यूपीएचसी घमापुर, एल्गिन हॉस्पिटल, यूपीएचसी रजाचौक अधारताल, यूपीएचसी सुहागी, यूपीएचसी सुभाष नगर, यूपीएचसी संजय नगर, सिटी डिस्पेंसरी अधारताल, यूपीएचसी बड़ा पत्थर, सिविल हॉस्पिटल रांझी, यूपीएचसी स्नेह नगर, यूपीएचसी परसवारा, यूपीएचसी तिलवारा, मेडिकल कॉलेज, यूपीएचसी मोतीनाला, संजीवनी क्लीनिक लेमा गार्डन, सिटी डिस्पेंसरी गोहलपुर, प्रसूतिका गृह मोतीनाला, यूपीएचसी उखरी, यूपीएचसी शांति नगर, सिटी डिस्पेंसरी मिलौनीगंज एवं सिटी डिस्पेंसरी कोतवाली शामिल है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा खोली गई इन फीवर क्लीनिक के अलावा शहर के निजी अस्पतालों में भी फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये गये हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मुताबिक सभी फीवर क्लीनिकों को क्वारेंटीन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर से भी लिंक किया गया है। फीवर क्लीनिक में उपचार के लिए आने वाले सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों का डाटा सार्थक एप में दर्ज किया जा रहा है। इसके साथ ही कोरोना संबंधी लक्षण दिखाई देने पर सेम्पल लेने की व्यवस्था भी फीवर क्लीनिकों में की गई है। फीवर क्लीनिकों को एम्बुलेंस सेवा से भी लिंक किया गया है। |
Social Plugin