भोपाल | 17-मई-2020 |
भोपाल में जल्दी जांच और त्वरित उपचार के साथ अर्ली ऑक्सीजन थैरपी ने कोरोना के उम्र संबंधी खतरे पे विजय पाई है। आज फिर 64 वर्षीय रामदास और 10 वर्षीय जीतेश चौरसिया और सृष्टि यादव सहित 27 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से ठीक होकर चिरायु अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। इन सभी व्यक्तियों ने जिला प्रशासन और चिरायु अस्पताल को बेहतर स्वास्थ सुविधाएं और अच्छे इलाज के लिए धन्यवाद दिया। इन सभी ने भोपाल वासियों से कोरोना संक्रमण से ना घबराने और स्वयं आगे आकर जांच कराने की अपील की। आज डिस्चार्ज हुए श्री वीरेंद्र यादव ने अपने इलाज के सभी डॉक्टर्स और नर्सो का हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव आने पर वे बहुत डरे हुए थे। परन्तु यहां के माहौल और अच्छे इलाज से ये डर निकल गया। सभी व्यक्तियों ने भोपालवासियों से अपील की कि कोरोना से डरे नहीं। इसका इलाज संभव है। जरूरत है तो बस इसका सही समय पर पता चलने की। किसी को भी सर्दी खांसी सांस लेने में तकलीफ आदि होने पर तत्काल समीप के फीवर क्लीनिक और शासकीय अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराए। इस संक्रमण का जल्दी पता चलना ही इसके इलाज की कुंजी है। इसलिए आप सभी आगे आए और जांच कराए। आज डिस्चार्ज होने वाले 27 व्यक्तियों में दिनेश यादव , रंजीत यादव, जीतेश चौरसिया, नूतन चौरसिया, प्रतीक्षा असाया, भावना पतैया, रामदास, बाबू खान, मुकुल यादव, अक्षय यादव, हैदर अली, अब्दुल समाद, निशा तुलसानी, रामकृष्ण, मनीषा बरपेटे, आयुष यादव, वीरेंद्र यादव, प्रेम गिरी, श्रृष्टि यादव, सीताराम, रमा किलारी, यश साहू, लक्ष्मी यादव, नन्हे लाल गौता, हरिशंकर सिंह, सुनीता शर्मा और मालती यादव शामिल है। चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डायरेक्टर श्री अजय गोयनका ने आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों को सात दिन होम क्वारंताइन होने की सलाह दी। उन्होंने बताया उनके अस्पताल में अभी तक 60 वर्ष की उम्र से अधिक के करीब 50 व्यक्ति स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके है। अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी और प्रोटीन डाइट के द्वारा व्यक्तियों का इम्यून सिस्टम बूस्ट किया जा रहा है। इतनी जल्दी संक्रमण का पता चलेगा उतनी अधिक उसके उपचार की संभावनाएं प्रबल होगी। |
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