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”पति-पत्नी ने मिलकर खोद डाला कुआँ“ "खुशियों की दास्तां"

सतना | 20-मई-2020
 



 

    कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है लोग अपने घरों में बंद है। ऐसे में सतना जिले के आदिवासी अंचल में रहने वाले एक दम्पत्ति ने लॉकडाउन का सदुपयोग कर समाज के लिए नजीर पेश कर दी। जिले के मझगवाँ विकासखण्ड के बरहा मवान गाँव मे पति-पत्नी ने मिलकर लॉकडाउन के दौरान 10 फुट गहरा और 5 फुट चौड़ा कुआँ खोद दिया। 25 दिन बाद जब कुएं से पानी आया तो पूरा गांव अचंभित रह गया। अब इस कुआँ के पानी का उपयोग कर ये पति-पत्नी सब्जी का उत्पादन भी कर रहे है।
     कोरोना लॉकडाउन में कई लोग लॉकडाउन का सदुपयोग कर समाज के लिए नजीर पेश कर रहे है। ऐसा ही नजीर सतना जिले के मझगवाँ तहसील के बरहा मवान गांव के राजू मवासी और राजलली मवासी ने पेश किया। राजू और राजलली मजदूरी कर घर चलाते थे। लॉकडाउन के चलते मजूदरी का काम बंद होने से घर पर ही रहते थे। गांव में पानी की कमी को लेकर इनके मन में कुआं खोदने का ख्याल आया और पति-पत्नी ने आपस मे चर्चा की और दोनों ने घर के आंगन में कुआं खोदने की ठान ली। इसके बाद दोनों ने अपने देशी औजारों से कुआं खुदाई में लग गए, करीब 25 दिन की मेहनत के बाद 10 फुट कुएं की खुदाई हुई। तभी कुएं में से पानी आ गया। दोनों की मेहनत रंग लाई।
      सतना जिले के बरहा मवान गाँव में मजदूर पति-पत्नी ने मिलकर के 10 फीट गहरा कुआं खोद डाला अब गाँव के लोग भी इस कुआँ के पानी का उपयोग करने लगे हैं। कुआँ खुदने के पहले गाँव के लोगो को पानी के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता था अब उनके पीने के पानी की संकट भी खत्म हो गया है। पानी की कमी के चलते लॉकडाउन में पति-पत्नी के इस कार्य की अब सभी सराहना करते नही थक रहे। अब सरकारी अधिकारी भी इस कार्य को मनरेगा में जोड़ कर इनकी मदद की बात कह रहे है।

 



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