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जिले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए की जा रही है प्रभावी कार्यवाही बाहर से आए श्रमिकों को आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था

पन्ना | 01-अप्रैल-2020
 



 

    कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। उनके द्वारा जिले के नागरिकों से निरंतर अपील की जा रही है कि लोग घरों से अनावश्यक बाहर न निकलें। आवश्यकता होने पर एक ही व्यक्ति थोडे समय के लिए निकलकर जरूरत की चीजें क्रय करने के उपरांत घर पर ही रहें। उन्होंने राज्य के बाहर एवं जिले के बाहर से आए हुए श्रमिकों को जिला मुख्यालय एवं अनुभाग क्षेत्र में स्थापित शासकीय भवनों में आइसोलेशन की व्यवस्था की है। इन लोगों को आइसोलेशन केन्द्रों में रखने के साथ भोजन, बच्चों के लिए दूध, विस्किट आदि उपलब्ध कराने के साथ नहाने और हांथ धोने के लिए साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है। सभी लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए सावधानियां बताई जा रही है।
    इन केन्द्रों में सर्दी, जुखाम, बुखार, सांस फूलने की शिकायत करने वाले व्यक्तियों की मेडिकल टीम द्वारा जांच की जा रही है। उन्हें मौके पर ही आवश्यक उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य संदेहजनक पाए जाने पर उसे पृथक से रखने की व्यवस्था की गयी है। जिले में 52 आइसोलेशन सेंटर बनाए गए है। प्रत्येक सेंटर के लिए प्रभारी अधिकारी ड्यूटी लगाई गयी है। नियुक्त अधिकारी प्रतिदिन इन सेंटरों की व्यवस्था का जायजा लेने के उपरांत जानकारी निर्धारित प्रपत्र पर संबंधित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक को देंगे। इन दोनों अधिकारियों को क्रमशः विकासखण्ड नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।
    जिला मुख्यालय पर जानकारी संकलित करने के लिए श्री अरविंद सिंह प्रभारी सहायक परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र को दायित्व सौंपा गया है। सभी विकासखण्ड नोडल अधिकारी शाम 4 बजे तक अपने-अपने क्षेत्र के आइसोलेशन सेंटरों से प्राप्त जानकारी को अरविंद सिंह के मोबाइल नम्बर 9425168440 पर प्रेषित करेंगे। श्री सिंह जानकारी तैयार कर जिला नोडल अधिकारी श्री विष्णु त्रिपाठी जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र पन्ना को उपलब्ध कराएंगे। श्री त्रिपाठी सम्पूर्ण जानकारी शाम 5 बजे अपर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। श्री त्रिपाठी का यह भी दायित्व होगा कि विकासखण्डों से अधूरी/गलत या जानकारी प्राप्त न होने पर संबंधित के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करेंगे। तदानुसार दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए संबंधीजन स्वयं उत्तरदायी होंगे।
 



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