रीवा | |
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मानव इतिहास का यह सबसे बड़ा संकट कोरोना संक्रमण है। यह चुनौती एवं काम करने का अवसर है। हमको इसे समाप्त करने के लिए कोई प्रयास नहीं छोड़ना है। हमारा संकल्प है कि प्रदेश को कोरोना मुक्त प्रदेश बनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संकट का सबसे बड़ा समय है। पूरी निष्ठा एवं कर्तव्य पालन के साथ अपने टैलेंट का इस्तेमाल कर जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों के सहयोग से नियंत्रित किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां समस्या है वहां पूरी कड़ाई के साथ कार्यवाही करें। कन्टेनमेंट एरिया को सील कर दिया जाय और वहां हरहाल में आवागमन बंद किया जाय। कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए ट्रीटमेंट गाइडलाइन का पालन कर प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा की जाय। लॉकडाउन को पूरी कड़ाई से पालन करें। किसी भी हाल में कोरोना संक्रमण प्रभावी क्षेत्रों में फैलने न पाये। इलाज के व्यापक पैमाने पर प्रबंध किये जाय। संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन के अनुसार कन्टेनमेंट एरिया बनाये और लोगों का आवागमन प्रतिबंधित करें। टेस्टिंग के दौरान सेम्पल लेते समय आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन करें। जिला चिकित्सालयों, नर्सिंग होम में बाकी बीमारियों का भी इलाज किया जाय। उन्होंने कहा कि आगामी 3 मई को लॉकडाउन की अवधि समाप्त हो रही है अत: समस्त कलेक्टर अपने जिलों में क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठककर सुनिश्चित करें की अब लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना है या नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कार्यरत स्वास्थ्य अमला बहुत महत्वपूर्ण है अत: पूरी सावधानी के साथ कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज किया जाय और प्रोटोकॉल का पालन किया जाय। इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य अमले को आवश्यक उपकरण मास्क, दस्ताने उपलब्ध कराये जाय। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जिला चिकित्सालय में माइल्ड पेशेंट के उपचार की व्यवस्था की जाय सभी चिकित्सालयों में आईसोलेशन बेड, आईसीयू एवं बेंटीलेटर उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा कि जीवन अमृत योजना के तहत कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एक करोड़ नागरिकों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीलाये जाने की योजना है इसे क्रियान्वित किया जाय। जीवन शक्ति योजना के तहत महिला समूहों द्वारा व्यापक रूप से मास्क बनाये जा रहे हैं। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में रीवा एवं शहडोल संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने जानकारी देते हुए बताया कि शहडोल संभाग में 3 कोरोना पॉजिटिव मजदूर मिले हैं अत: आवश्यक है कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले मजदूरों का कोरोना संक्रमण की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग करने के उपरांत ही उसके निवास के जिले में भेजा जाय। उन्होंने कहा कि शहडोल के मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग लैब यूनिट बनकर तैयार है आरटी, पीसीआर मशीन स्टाल होते ही वहां भी सेम्पल की जांच की सुविधा प्रारंभ हो जायेगी। अभी तक रीवा एवं शहडोल संभाग कोरोना संक्रमण से मुक्त था लेकिन दूसरे प्रदेश से संक्रमित मजदूरों के आने के कारण शहडोल में 3 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं। इसी प्रकार रीवा जिले में अब तक एक भी पॉजिटिव केस नहीं था लेकिन कैंसर रोग से ग्रस्त डॉ. राजेश सिंघल द्वारा अपना इलाज दिल्ली में कराने और दिल्ली से आने पर वे कोरोना पॉजिटिव पाये गये। इसके उपरांत उनकी पुत्री एवं बहन को भी पॉजिटिव पाया गया। इन्द्रानगर के प्रभावित क्षेत्र को कन्टेनमेंट घोषित कर पूरी तरह से सील कर दिया गया है और उनके संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों का सर्वे किया जा रहा है। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने बताया कि इसके अलावा पूरा संभाग कोरोना संक्रमण से मुक्त है। संभाग के सभी जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। जो व्यक्ति बिना मास्क पहने बाहर निकलते हैं उनसे जुर्माना वसूल किया जाता है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में रीवा संभाग कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, कलेक्टर बसंत कुर्रे, संयुक्त कमिश्नर पी.सी. शर्मा, के.पी. पाण्डेय, उप संचालक सतीश निगम, डीन डॉ. एपीएस गहरवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पाण्डेय सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। |
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