खरगौन | 31-मार्च-2020 |
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के लिए प्रशासन द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश करते हुए टोटल लॉकडाउन करने के आदेश जारी किए है, लेकिन फिर भी कई नागरिक सब्जी या अन्य किसी बहाने से निरंतर घरों से बाहर जा रहे है। ऐसी सुरत में हम कोरोना के विरूद्ध कभी भी लड़ाई जीत नहीं सकते है। अब तक प्रशासन ने उतनी सख्ती नहीं दिखाई, इसका एक कारण जनता को अनावश्यक परेशान न होना पड़े। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो आगे आने दिन और भयानक हो सकते है। इस भयानकता को रोकने के लिए अब आवष्यक हो गया है कि हर हाल में नागरिकों को घरों में ही रोका जाए। अब तक पुलिस प्रशासन भी उस स्तर से कार्यवाही नहीं कर रहा था, लेकिन अब वह समय गुजर गया। कोई भी व्यक्ति बाहर सड़कों पर घुमते दिखाई पड़ता है, तो पुलिस को अत्यंत सख्त कार्यवाही करने की खुली छूट दी जाती है। कलेक्टर श्री डाड ने जिले के नागरिकों से साथ जोड़कर घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील भी की है। अगर पालन नहीं होता है, तो हम कार्यवाही के लिए मजबूर है। बाहर से आने वालों पर पूरी तरह रोक कलेक्टर श्री डाड ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक श्री सुनील पांडेय, अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल, सीएमएचओ डॉ. रजनी डावर, एसडीएम श्री अभिषेक गेहलोत और थाना प्रभारी ललितसिंह डागूर के साथ विस्तार से समीक्षा बैठक की। बैठक में सभी अधिकारियों ने आपस में चर्चा करते हुए सख्ती करने पर निर्णय लिया है। इसी के मद्देनजर जिले की सीमा में अब कोई भी व्यक्ति बाहर से प्रवेश नहीं कर सकेगा। जिले की सभी सीमाएं सख्ती से सील कर दी गई है। भारत सरकार द्वारा भी इस संबंध में आदेश जारी किए गए है। सीएमएचओ डॉ. डावर ने कहा कि बाहर से आने वाले नागरिक ऐसे ही आते रहे, तो स्थिति नाजूक हो सकती है। बाहर से आने वाले को रोका जाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। वहीं सड़कों पर घुमते-फिरते लोगों को रोकना भी महत्वपूर्ण निर्णय हो सकता है। देश के कई हिस्सों में कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि हम सबके लिए चिंताजनक है। हमारे पास ही के शहर इंदौर में पूरे देश में सबसे तेज 800 प्रतिशत की दर से संक्रमण बढ़ गया है। जिले के नागरिक अब भी सचेत हो जाए। |
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