हरदा | 26-फरवरी-2020 |
बैठक में श्री विश्वनाथन ने उपार्जन केन्द्रों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि विगत वर्ष में उपार्जन हेतु 23 गोडाउनों में उपार्जन केन्द्र बनाये गये थे। इस बार 35 गोडाउनों पर उपार्जन केन्द्र स्थापित किये जाये। उन्होने एआरसीएस को निर्देशित किया कि गेहूँ खरीदी के 72 घण्टे में परिवहन किया जाना है। इस हेतु टेगींग एवं वेगींग होने के उपरान्त ही परिवहन की रिक्वेस्ट डाली जाये। ताकि परिवहनकर्ता को ज्यादा समय तक इंतजार न करना पड़े। बैठक में उपार्जन के दौरान भण्डारण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वर्तमान में 4 लाख 60 हजार टन के भण्डारण की क्षमता उपलब्ध है। साथ ही सायलों में भी 10 हजार 500 टन का भण्डारण क्षमता उपलब्ध है। साथ ही प्रायवेट गोडाउन्स द्वारा भी 70 हजार टन की क्षमता प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त शासन के निर्देशानुसार 50 हजार टन भण्डारण क्षमता के ओपन केप बनाये जा रहे है। इसके अतिरिक्त स्पेस की कमी होने पर आसपास के जिले देवास एवं खण्डवा द्वारा भी 70 हजार टन की स्पेस देने हेतु आश्वस्त किया गया है। इस प्रकार वर्तमान में जिले में भण्डारण की कोई समस्या नहीं है। उन्होने नापतौल के विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि वे तौल काँटों की जाँच कर सत्यापन करें। उन्होने एलडीएम को निर्देशित किया कि वे करेन्सी चेस्ट की पोजिशन की माॅनीटरिंग करें, ताकि उपार्जन के दौरान किसानों को नगद की समस्या न हो। उन्होने निर्देशित किया कि उपार्जन केन्द्र पर सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बैठक में श्री विश्वनाथन ने एआरसीएस को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित करें कि सभी समितियों को निर्देशित करें कि शाॅर्टेज नगण्य रहे। श्री विश्वनाथन ने निर्देशित किया स्वयं सहायता समूहों को भी दो उपार्जन केन्द्र शासन की नीति अनुसार उपलब्ध कराये जाये। बैठक में एआरसीएस श्री चैहान ने बताया कि जिले में वन समिति को भी एक उपार्जन केन्द्र प्रस्तावित किया गया है। स्वीकृति प्राप्त होने पर वन समिति को भी एक उपार्जन केन्द्र उपलब्ध कराया जायेगा। बैठक में कलेक्टर श्री विश्वनाथन ने नरवई न जलाने हेतु कृषकों संकल्पित करने के लिये विशेष ग्राम सभा के आयोजन के लिये सीईओ जिला पंचायत को प्रस्ताव भेजने हेतु उपसंचालक कृषि श्री चन्द्रावत को निर्देशित किया। रबी उपार्जन के लिए किसान अपना पंजीयन कराएँ कलेक्टर श्री एस.विश्वनाथन ने जिले के सभी किसानों से अपील की है कि जिन किसानों ने रबी उपार्जन वर्ष 2020-21 अंतर्गत गेहूँ खरीदी के लिए पंजीयन नहीं कराया है वे अपना पंजीयन अवश्य कराएँ। पंजीयन अंतिम तिथि 28 फरवरी है। प्रत्येक किसान को इस वर्ष नवीन पंजीयन कराना अनिवार्य है। गत वर्ष करवाया गया पंजीयन मान्य नहीं होगा। पंजीयन करवाने के लिए किसान निर्धारित पंजीयन केंद्रों पर जाने के अलावा घर बैठे एमपी किसान एप के माध्यम से भी पंजीयन कर सकते है। नजदीकी एमपी ऑनलाईन कियोस्क सेंटर पर जाकर उपार्जन वेबसाइट पर भी पंजीयन किया जा सकता है। जिले में उपार्जन के पंजीयन हेतु 71 पंजीयन केन्द्र बनाये गये है। उपार्जन हेतु अभी तक कुल 41 हजार 703 कृषकों द्वारा पंजीयन कराया जा चुका है। |
Social Plugin