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एनसीईआरटी की पुस्तकों से करें तैयारी की शुरुआत

बड़वानी | 30-नवम्बर-2019
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    सर! एमपीपीएससी और यूपीएससी की प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं में क्या अंतर हैं? इनकी तैयारी कैसे प्रारंभ की जानी चाहिए? कोचिंग क्लास अटेंड करना जरूरी है क्या? ऐसे प्रश्नों के साथ युवा विद्यार्थी प्रतिदिन प्राचार्य डॉ. आर. एन. शुक्ल के मार्गदर्शन में संचालित किये जा रहे शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ में संपर्क करते हैं।
    कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया ने बताया कि दैनिक मार्गदर्शन के अंतर्गत प्रतिदिन दोपहर बारह बजे से कॅरियर सेल की टीम विद्यार्थियों के प्रष्नों के उत्तर देती है। आज कॅरियर काउंसलर डॉ. मधुसूदन चौबे ने विद्यार्थियों के समूह को एमपीपीएसी और यूपीएससी की प्रषासनिक सेवा परीक्षाओं की समानताओं तथा अंतर के बारे में जानकारी पावर पाइंट प्रजेंटेषन के माध्यम से दी। दोनों परीक्षाओं में प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार जैसे तीन चरण होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन और सामान्य अभिरुचि परीक्षण के प्रष्नपत्र होते हैं। एमपीपीएससी में मुख्य परीक्षा में छह तथा यूपीएससी में नौ प्रश्नपत्र होते हैं। इन सभी का विस्तार से जानकारी देते हुए डॉ. चौबे ने कहा कि अभी आप स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हैं। लगभग तीन वर्षों का समय आपके पास तैयारी करने के लिए है। पहले वर्ष में एनसीईआरटी की सभी विषयों की कक्षा छठी से बारहवीं तक की पुस्तकों का अध्ययन करें। साथ ही भाषा के सुधार पर भी ध्यान दें। यूपीएससी में सफलता के लिए हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं का ज्ञान होना आवश्यक है। आप भी अपनी जिज्ञासा के साथ कॅरियर सेल में संपर्क कर सकते हैं। यहां प्रीति गुलवानिया, किरण वर्मा, राहुल मालवीया, ज्योति जोषी, कोमल सोनगड़े, जितेंद्र चौहान, डॉ. मधुसूदन चौबे आदि सहित कॅरियर सेल की टीम आपको परामर्ष प्रदान करेगी।



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