किशोरी जागरूकता एवं महिला सशक्तिकरण अभियान अंतर्गत स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं सशक्तिकरण हेतु जिले में स्कूली किशोरी छात्राओं के लिए शुचिता अभियान कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा के निर्देशन में संचालित किया जा रहा है। शुचिता अभियान से किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति प्रोत्साहित किया गया। कलेक्टर द्वारा स्वंय पहल करते हुए जिले में शुचिता नवाचर के तहत ''5–एस'' स्वास्थ्य , स्वच्छता, स्वरक्षा, स्वाभिमान तथा स्वावलंबन अभियान का मुख्य उद्देश्य है। अभियान के अंतर्गत स्कूली छात्राओं से खुलकर बातचीत कर उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति है। साथ ही बालिकाओं को अच्छी गुणवत्ता वाले सेनेटरी नेपकिन की उपलब्धता एवं उनका प्रयोग कर उसे व्यवहार में लाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
अभियान अंतर्गत जिले के समस्त कन्या विद्यालयों एवं कन्या छात्रावासों में छात्राओं के लिए नेपकिन सस्ती दरों पर उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की गई है। जिले के 11 कन्या विद्यालय, शिक्षा विभाग के 10 कन्या छात्रावास, आदिम जाति कल्याण विभाग के 17 कन्या छात्रावास, पिछड़ा वर्ग के 01 कन्या छात्रावास तथा आंगनवाड़ी केंद्रों की 08 हजार बालिकाओं को अभियान से जोड़ा गया है। जिले के प्रत्येक बालिका विद्यालय में बालिकाओ हेतु जागरूकता कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श शिविर आयोजित कराये जा रहे है। अभियान की शुरूआत 24 जुलाई 2019 को जिला मुख्यालय पर स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय अशोकनगर की गई है। शुचिता अभियान के तहत उपलब्ध कराये जाने वाले सैनेटरी नैपकिन राज्य आजीविका मिशन द्वारा संचालित स्वंय सहायता समूहो के माध्यम से उपलब्ध कराये जा रहे है। अभियान के तहत जिले में आजीविका मिशन के तहत सैनेटरी नैपकिन बनाने की 06 यूनिट स्थापित है जो कि ग्राम तूमैन, कस्बारेंज, प्राणपुर, घुरवारकलॉ तथा आकलोन में संचालित है। जिनकी क्षमता प्रतिदिन प्रति यूनिट 250 पैकिट हैं। जिले में स्व सहायता समूहों के माध्यम से 1250 सेनेटरी नेपकिन बनाये जा रहे है। स्व सहायता समूहो के द्वारा निर्मित सैनेटरी नैपकिन बाजार की दर से काफी कम दर राशि 20 रु प्रति पैकिट (07 सैनेटरी नैपकिन) के मान से उपलब्ध कराए जा रहे है। चयनित विद्यालयों एवं छात्रावासों में बालिकाओं को 01 रूपये प्रति पेड की दर से उपलब्ध कराये जा रहे है। प्रथम चरण में 06 कन्या विद्यालयों में बैन्डिग मशीन एवं इनसीनेटर लगाये गये हैं जिससे स्कूलों में न्यूनतम दरों पर सेनेटरी नेपकिन प्राप्त हो रही है। साथ ही इनसीनेटर लगाये गये हैं जिससे स्कूलों में छात्राओं को नेपकिन उपलब्ध कराये जा रहे है। जिले में अभी तक 2700 सेनेटरी नेपकिन पैकेट(18900 नेपकिन)का वितरण किया जा चुका है। स्व सहायता समूहों द्वारा संस्थाओं को 54 हजार रूपये के सेनेटरी नेपकिन पैकेट का वितरण किया गया है।छात्राओं द्वारा मात्र एक रूपये प्रति नेपकिन के मान से ही भुगतान किया गया है।
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