Ticker

6/recent/ticker-posts

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पर चुनाव आयोग की निष्पक्ष व त्वरित कार्यवाही पर भाजपा द्वारा सरकार पर दोषारोपण बेहद बचकाना: नरेन्द्र सलूजा

 


भोपाल, 01 अक्टूबर 2019



मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा नेे मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा 30 सितम्बर को झाबुआ विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित आमसभा के दौरान मतदाताओं को सार्वजनिक रूप से दिये गये भड़काऊ और आपत्तिजनक बयान पर चुनाव आयोग द्वारा की गई त्वरित व निष्पक्ष कार्यवाही को लेकर भाजपा द्वारा सरकार पर दोषारोपण बेहद बचकाना बताया है।



सलूजा ने कहा कि भार्गव द्वारा दिये गये बयान के वीडियो फुटेज और रिटर्निंग अधिकारी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने निष्पक्ष रूप से यह प्रकरण दर्ज किया है। आदर्श आचार संहिता में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि किसी भी प्रकार का विवादित, भड़काऊ भाषण व अमर्यादित भाषा आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आते हैं। इसी आधार पर चुनाव आयोग ने यह प्रकरण दर्ज किया है। गोपाल भार्गव और भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा का यह कहना कि सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है। उनका यह बयान बेहद बचकाना है। भार्गव के विवादित बयान को लेकर चुनाव आयोग द्वारा निष्पक्ष कार्यवाही की गई है।
सलूजा ने कहा कि भाजपा नेताओं को यदि लगता है कि भार्गव के खिलाफ गलत प्रकरण दर्ज किया गया है तो वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, वे चाहे तो इस प्रकरण को लेकर न्यायालय जा सकते हैं, कांगे्रस को इससे कोई गुरेज नहीं है। लेकिन सरकार के ऊपर दोषारोपण करना पूरी तरह अनुचित बेबुनियाद व बचकाना है।


हनीट्रेप मामला-सीसीटीवी कैमरे लगाने की शुरूआत अपने बगले से करें भार्गव 15 साल मंत्री रहे भार्गव ने तब क्यों नहीं लगवाये कैमरे: नरेन्द्र सलूजा


नरेन्द्र सलूजा ने गोपाल भार्गव के एक अन्य बयान, जिसमें उन्होंने मंत्रियों-अफसरों के बंगलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने की बात कहीं है, पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हनीट्रेप मामले का खुलासा कांगे्रस सरकार ने ही किया है। बीते 15 वर्ष की भाजपा सरकार में हुये भ्रष्टाचार और काली कमाई का नतीजा है 'हनीट्रेप'। जिसका खुलासा नौ माह की कमलनाथ सरकार ने ही किया है। यदि भार्गव कह रहे हैं कि मंत्रियों और अधिकारियों के बंगलों पर सीसीटीवी कैमरे लगने चाहिए तो इसकी शुरूआत उन्हें अपने बंगले से ही करना चाहिए। भार्गव को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि वे बीते 15 वर्षों तक वे मंत्री रहे हैं, तब उन्होंने अपने बंगले पर कैमरे क्यों नहीं लगवायें?
सलूजा ने कहा कि गोपाल भार्गव जी निश्चिंत रहें, एसआईटी का गठन किया जा चुका है, 15 वर्ष के शासनकाल के दौरान जो घृणित कार्य छिपे कैमरों में कैद हुए हैं, उनका पर्दाफाश अवश्य होगा और इस मामले मंे कठोर कार्यवाही भी की जायेगी। सरकार इस मामले पर बेहद गंभीर है और एसआईटी अपना कार्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर रही है। मामले से जुड़े किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।


ससम्मान प्रकाशनार्थ               (नरेन्द्र सलूजा)


Ad Code

Responsive Advertisement