विदिशा जिले में डेंगू चिकनगुनिया के इस वर्ष अब तक कुल 39 प्रकरण पाए गए है जिसमें डेंगू के 36 व चिकनगुनिया के तीन प्रकरण शामिल है। आमजनों को डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के उपायों की जानकारी देने हेतु प्रभावित क्षेत्रों में सतर्क शिविरों का आयोजन किया जा रहा है वही विभाग के माध्यम से बुखार व लार्वा सर्वे सतत रूप से किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी श्री बीएम वरूण ने बताया कि बीमारियों से बचने हेतु उपायों एवं संसाधनों की जानकारी सुगमता से मिल सकें इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। शैक्षणिक संस्थाओं में मैं स्वंय एवं अन्य सहयोगियो के साथ छात्रों एवं शिक्षकों को डेंगू व चिकनगुनिया से बचने के लिए क्या-क्या उपायों का पालन करें कि जानकारी दी जा रही है जिसमें मुख्य रूप से डेंगू होने पर मरीज को बुखार, सिरदर्द, आंखो के आस-पास दर्द, उल्टी, घबराहट, लाल चकते, रक्तस्त्राव, बेहोशी आदि लक्षण पाए जाते है। चिकनगुनिया में बुखार के साथ-साथ हाथ पैरो के जोडो में तेज दर्द होता है इस प्रकार के संकेत किसी मरीज में परलिक्षित हो अथवा मरीजों को आभास हो तो मरीजों को अविलम्ब अस्पताल में सम्पर्क कर चिकित्सकों के सुझाव अनुसार कार्य कर एवं दवाओं का सेवन करें। डेंगू चिकनगुनिया मुख्यतः मच्छरों से होता है। हम अपने घरो के आस-पास पानी इकट्ठा ना होने दें। टंकी बर्तनों को ढंककर रखें, उपयोग में लाए जाने वाले पानी को सप्ताह में बदलते रहें, रात्रि में मच्छरदानी लगाकर सोएं इत्यादि जानकारियां जिला मलेरिया अधिकारी बीएम वरूण के द्वारा आज नदी रोड़ बरईपुरा में स्थित ऑल ऐजिल्स के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को दी गई है |
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